ताजमहल का खूबसूरत दृश्य
आगरा ताजमहल बहुत ही सुंदर भव्य इमारतों में से एक है आगरा ताजमहल को दुनिया की सात अजूबों में से एक माना जाता है इसकी खूबसूरती दुनिया के कोने कोने में प्रसिद्ध है इसी देखने के लिए दुनिया के कोने कोने से सैलानियों की भीड़ लगी रहती है चाहे गर्मी हो चाहे ठंड हर समय यहां पर पर्यटकों की भीड़ जमा रहती है
Taj Mahal ka nirman kisane karvaya
ताजमहल का निर्माण शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की प्रेम में बनवाया था ताजमहल का निर्माण 1632 ईस्वी मैं स्टार्ट किया गया था जोकि निर्माण कार्य पूर्ण होने में 22 वर्ष का समय लग गया ताजमहल का निर्माण कार्य 1653 ईस्वी में पूर्व हुआ था जिसमें कुल खर्चा 20 लाख के लगभग हुआ था जो कि आज के समय में इसकी कीमत करोड़ों में है लगभग 50 करोड़ खर्च हुआ था
Taj Mahal ka nirman
ताजमहल का निर्माण संगमरमर के पत्थर से किया गया है जिसमें कई प्रकार के अन्य पत्थरों का भी उपयोग किया है जिनमें से कुछ पत्थर ऐसी हैं जो चांदनी रात के समय चमकते हैं ताजमहल का निर्माण करने के लिए कई देशों से सामान मंगवाया गया तथा कारीगरों को बुलाया गया जो अपने अपने कार्य में बहुत ही कुशल कारीगर थे बताया जाता है कि विदेश से सामान मंगवाने के लिए हजारों हाथियों का प्रयोग किया गया और लगभग 10,000 मजदूरों को ताजमहल निर्माण के लिए रखा गया जिनमें से कुछ मजदूर विदेश से बुलाए गए तो कुछ भारत के ही थे ताजमहल का निर्माण करते समय एक-एक बारीकी का ध्यान विशेष रूप से रखा गया इसीलिए इसकी खूबसूरती बरकरार है जिसे आज तक कोई भी नुकसान नहीं हुआ
ताजमहल के निर्माण में गुब्नदो का निर्माण किया गया जिससे ताजमहल की खूबसूरती और भी चरम सीमा तक पहुंचती है ताजमहल की चारों कोनों पर गुब्नद बनाई गई हैं तथा एक बीच में विशाल गुब्नद है जो कि ताजमहल की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं
मुमताज की याद में शाहजहां ने ताजमहल का निर्माण करवाया
शाहजहां का निकाह मुमताज के साथ हुआ मुमताज को शाहजहां की खूबसूरती बहुत ही पसंद आ गई इसीलिए मुमताज ने शाहजहां से शादी की शाहजहां को मुमताज से इतना प्रेम हो गया कि वह जहां भी जाते मुमताज को अपने साथ ले जाते और कोई भी आदेश देने से पहले मुमताज की सलामती लिए बगैर वह कार्य नहीं करते तथा जो भी कार्य होता उस पर मुमताज की मोहर लगाई जाती थी लेकिन एक दिन मोहताज 14 वे पुत्र को जन्म देते समय पीड़ा सहन न कर पाए और उन्होंने मृत्यु को गले लगा लिया जिसकी वजह से शाहजहां बिल्कुल टूट गए और कभी उन्होंने फैसला किया की मुमताज का मकबरा बनवाया जाए जो की मुमताज और शाहजहां के प्रेम का गवाह है मुमताज के मकबरे को ताजमहल के नाम से जाना जाता है जो कि विश्व सुविख्यात है जिसे लोग देश-विदेश से देखने के लिए आते हैं लेकिन शाहजहां के पुत्र औरंगजेब ने ताजमहल के बनवाई जाने का विरोध किया था लेकिन शाहजहां ने किसी की बात नहीं सुनी और उन्होंने ताजमहल का निर्माण करवाया
ताजमहल का सौंदर्य
ताजमहल का सौंदर्य उसकी विचित्र चित्रकला के कारण प्रसिद्ध है ताजमहल के चारों ओर 4 पार्क है जोकि अपनी हरियाली की वजह से ताजमहल का सौंदर्य और भी बढ़ाते हैं
ताजमहल के निर्माण के बाद
ताजमहल का निर्माण करवाने के लिए कई कारीगरों को देश विदेश से बुलवाया गया और सभी ने अपने अपने कार्य किए जिनको मिलाकर ताजमहल बना लेकिन उनकी बदकिस्मत ऐसी थी कि ताजमहल के निर्माण के बाद उनके हाथ काट दिए गए क्योंकि शाहजहां नहीं चाहता था ऐसा कोई और ताजमहल बने इसलिए भी ताजमहल सुविख्यात है
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