मुरैना के मितावली मैं स्थिति प्राचीन चौसठ योगिनी मंदिर

October 31, 2019

चौसठ योगिनी मंदिर मितावली मुरैना 


प्राचीन मितावली इकत्तोसर मंदिर का निर्माण 13 वी सदी मैं हुआ था इस मंदिर का निर्माण कच्छपघात राजा देवपाल ने करवाया था 170 फीट त्रिज्या वाले इस मंदिर का निर्माण बिल्कुल सांसद भवन के जैसा है या यूं कहें की संसद भवन शायद इस मंदिर की नक्शे के आधार पर ही बनाया गया होगा इसमें  64  शिवलिंग है  जिनकी बीचो-बीच शिवलिंग  मंडप है यह मंदिर  काफी  जगह में  फैला हुआ है पथरीली  चट्टानों के बीच  बनाया मंदिर  2000 में  पुरातत्व विभाग  की नजर पड़ी  और तब से  अब तक  यहां पर हजारों पर्यटक  इस मंदिर की कला को  देखने के लिए जाते हैं इस मंदिर की कला अद्भुत और आश्चर्यचकित करने वाली है यह चंबल की घाटी में होने के कारण इस पर कभी नजर नहीं पड़ी थी  यहां पर डकैतों का  बॉस  हुआ करता था जिसकी वजह से  लोग वहां जाने से डरते थे इसीलिए इस मंदिर के बारे में किसी को  पता नहीं था  ज्यादातर स्थानीय लोग घूमने जाया करते थे लेकिन अब देश विदेश से भी यहां पर घूमने जाते हैं

बाहर का दृश्य


प्रवेश करते हुए


प्रवेश करनेे के पश्चात का दृश्य



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